Thursday, August 7, 2014

गंगा

आज सुबह -सुबह चाय का प्याला लेकर गंगा नदी के बारे में जानकारी ली।purii जानकारी के लिए  …इस लिंक पर  चटकाएं   Gange

सूर्योदय के समय गंगा नदी


अलकनंदा और भागीरथी का संगम देवप्रयाग, उत्तराखंड
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Sunday, August 3, 2014

अदरक

विभिन्न रोगों में अदरक से उपचार:
1 हिचकी :- *सभी प्रकार की हिचकियों में अदरक की साफ की हुई छोटी डली चूसनी चाहिए।
*अदरक के बारीक टुकड़े को चूसने से हिचकी जल्द बंद हो जाती है। घी या पानी में सेंधानमक पीसकर मिलाकर सूंघने से हिचकी बंद हो जाती है।
*एक चम्मच अदरक का रस लेकर गाय के 250 मिलीलीटर ताजे दूध में मिलाकर पीने से हिचकी में फायदा होता है।
*एक कप दूध को उबालकर उसमें आधा चम्मच सोंठ का चूर्ण डाल दें और ठंडा करके पिलाएं।
*ताजे अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े करके चूसने से पुरानी एवं नई तथा लगातार उठने वाली हिचकियां बंद हो जाती हैं। समस्त प्रकार की असाध्य हिचकियां दूर करने का यह एक प्राकृतिक उपाय है।”
2 पेट दर्द :- *अदरक और लहसुन को बराबर की मात्रा में पीसकर एक चम्मच की मात्रा में पानी से सेवन कराएं।
*पिसी हुई सोंठ एक ग्राम और जरा-सी हींग और सेंधानमक की फंकी गर्म पानी से लेने से पेट दर्द ठीक हो जाता है। एक चम्मच पिसी हुई सोंठ और सेंधानमक एक गिलास पानी में गर्म करके पीने से पेट दर्द, कब्ज, अपच ठीक हो जाते हैं।
*अदरक और पुदीना का रस आधा-आधा तोला लेकर उसमें एक ग्राम सेंधानमक डालकर पीने से पेट दर्द में तुरन्त लाभ होता है।
*अदरक का रस और तुलसी के पत्ते का रस 2-2 चम्मच थोड़े से गर्म पानी के साथ पिलाने से पेट का दर्द शांत हो जाता है।
*एक कप गर्म पानी में थोड़ा अजवायन डालकर 2 चम्मच अदरक का रस डालकर पीने से लाभ होता है।
*अदरक के रस में नींबू का रस मिलाकर उस पर कालीमिर्च का पिसा हुआ चूर्ण डालकर चाटने से पेट के दर्द में आराम मिलता है।
*अदरक का रस 5 मिलीलीटर, नींबू का रस 5 मिलीलीटर, कालीमिर्च का चूर्ण 1 ग्राम को मिलाकर पीने से पेट का दर्द समाप्त होता है।” link for further reading..........
http://tejasraval.wordpress.com/2014/02/04/74-रोगो-की-दवा-अदरक/

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useful information through videos

http://www.youtube.com/watch?v=Q_FYSyxNrls&feature=youtu.be&hd=1 (Jaipur tourism tour of the city)
http://youtu.be/OIV_W5jRMOw (Science and technology in ancient India)
http://youtu.be/oih_ML-4jkk (Science and technology hindi)
http://youtu.be/LViCYp0m-lw (Udaipur Tourism visit the city)
http://youtu.be/_zsfCwk1yeM (English Words with Sanskrit Origin)
http://youtu.be/op0gEPm2JSM (food facts in Hindi)
http://youtu.be/QNNSm2Mbulo (Food facts in English)
https://www.youtube.com/watch?v=MRpEE6_i410 (How to join RSS)
http://youtu.be/jarMCtA_w-U (Hand washing steps)
http://youtu.be/qWtDH0sggQ8 (Indian Music)
http://youtu.be/2JVBtIXP344 (Communication cycle)
http://youtu.be/zkMwYUdsRlY (Levels of Communication)
http://youtu.be/ZNphK6RltM8 (How to Change sound of your video)
http://youtu.be/FeiREo0pcvE (How to cut video in vlc)
http://youtu.be/xezaH6kFvlo (How to convert video to mp3 in vlc)
http://youtu.be/_7_h3FjHoJw (Caterpillar eating leaf)
http://youtu.be/T_aoqnEp9RM (Gathiya – Segal birds’ favorite at Rajkot)
http://youtu.be/oOeyR2NeZ_k (Jaipur tourism Amer fort – Sheesh Mahal)
http://youtu.be/T744Yrm-6×8 (Starlings at Rajkot Gujarat)
http://youtu.be/cmHxl-QOCZU (How to write a good resume)
http://youtu.be/npEkoCZdwk4 (tarak maheta ka ulta chasma cast’s real names)

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सावन

 खबरों में सावन का जिक्र सिर्फ बाढ़, बारिश, सूखे या अकाल के रूप में हो रहा है। मायके जाने के लिए पहले सावन की बाट जोहती बेटियों का इंतजार, फसलों की तैयारी में जुटे किसान की बेचैनी, स्कूल से लौटते भीगे बच्चों की खुशी उनमें कहीं नहीं झलकती। शायद "डेज" मनाना सीख रहा एक समाज अपने मौसमों का उत्सव मनाना भूलने लगा है। ऎसा लगता है कि सावन एक पीढ़ी की आंखों में भरा नॉस्टेलजिया का पानी भर हो गया है, जिसे वह किसी न किसी बहाने से पोंछती रहती है। वरना कोई वजह नहीं है कि हमारे जनमानस में इस सबसे नम और नरम महीने के प्रति यूं बेरूखी दिखाई दे। निस्संदेह सावन हमारी प्रकृति के सबसे प्यारे महीनों में से एक है। यही तो महीना है, जो बहती लू, आंधियों को थाम लेता है। जेठ-आषाढ़ की तपन से रूखे-सूखे हो गए जीवन व प्रकृति को सावन की फुहारें ही भिगोती व हरा करती हैं। वे महीनों की प्यासी धरा को तृप्त करती हैं। पहली बारिश के बाद सावन में नीम के पेड़ के नीचे से गुजरते हुए जो कड़वी-कड़वी सुगंध होती है वह, जी करता है सांसों में भरकर पी लें। पहली बारिश के बाद भी तो बिना जोते खेतों से आती माटी की सौंधी-सौंधी खुशबू! गूंगे का गुड़ नहीं तो क्या है? इसे शब्दों में नहीं बांधा जा सकता।
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सावन माह की विशेषता
हिन्दु धर्म के अनुसार सावन के पूरे माह में भगवान शंकर का पूजन किया जाता है | इस माह को भोलेनाथ का माह माना जाता है | भगवान शिव का माह मानने के पीछे एक पौराणिक कथा है | इस कथा के अनुसार देवी सती ने अपने पिता दक्ष के घर में योगशक्ति से अपने शरीर का त्याग कर दिया था | अपने शरीर का त्याग करने से पूर्व देवी ने महादेव को हर जन्म में पति के रुप में पाने का प्रण किया था |
अपने दूसरे जन्म में देवी सती ने पार्वती के नाम से हिमालय और रानी मैना के घर में जन्म लिया | इस जन्म में देवी पार्वती ने युवावस्था में सावन के माह में निराहार रहकर कठोर व्रत